पिहानी (हरदोई)। लॉकडाउन के कारण हरियाणा के गुरुग्राम में फंसे हरदोई के पिहानी निवासी मजदूर ने खुदकुशी कर ली। मृतक के भाई का कहना है कि वह लॉकडाउन बढ़ाने की बात से परेशान था। पोस्टमार्टम के बाद सोमवार को परिजन शव लेकर गांव पहुंचे। घटना के बाद से परिजनों में कोहराम मचा है।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम बगौछा निवासी नरेश पाल (55) पुत्र नन्हूराम हरियाणा के गुरुग्राम में मजदूरी करता था। 25 मार्च को लॉकडाउन के बाद वह साथियों के साथ गुरुग्राम में ही फंस गया था।
रविवार को साथियों के साथ नरेश गेहूं की फसल काट कर रहा था। वहीं लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाने की चर्चा होने लगी। साथियों के मुताबिक ये सुनकर नरेश काफी परेशान हो गया। दोपहर में उसने पास ही एक खेत में खड़े पेड़ से गमछे के सहारे फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। भाई कालीचरन ने बताया कि नरेश के दो बेटे व एक बेटी है। परिवार गांव में ही रहता है। लॉकडाउन की अवधि बढ़ने की चर्चाओं ने उसकी परेशानी बढ़ा दी थी। उसने कई बार फोन कर इसका जिक्र भी किया था।
पिहानी (हरदोई)। लॉकडाउन के कारण हरियाणा के गुरुग्राम में फंसे हरदोई के पिहानी निवासी मजदूर ने खुदकुशी कर ली। मृतक के भाई का कहना है कि वह लॉकडाउन बढ़ाने की बात से परेशान था। पोस्टमार्टम के बाद सोमवार को परिजन शव लेकर गांव पहुंचे। घटना के बाद से परिजनों में कोहराम मचा है।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम बगौछा निवासी नरेश पाल (55) पुत्र नन्हूराम हरियाणा के गुरुग्राम में मजदूरी करता था। 25 मार्च को लॉकडाउन के बाद वह साथियों के साथ गुरुग्राम में ही फंस गया था।
रविवार को साथियों के साथ नरेश गेहूं की फसल काट कर रहा था। वहीं लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाने की चर्चा होने लगी। साथियों के मुताबिक ये सुनकर नरेश काफी परेशान हो गया। दोपहर में उसने पास ही एक खेत में खड़े पेड़ से गमछे के सहारे फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। भाई कालीचरन ने बताया कि नरेश के दो बेटे व एक बेटी है। परिवार गांव में ही रहता है। लॉकडाउन की अवधि बढ़ने की चर्चाओं ने उसकी परेशानी बढ़ा दी थी। उसने कई बार फोन कर इसका जिक्र भी किया था।