न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मथुरा
Updated Mon, 18 May 2020 12:32 AM IST
मथुरा में आर्थिक तंगी से परेशान युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। उसका शव रविवार सुबह पंखे से लटका मिला। युवक अपने दो भाइयों के साथ गुरुग्राम में नारियल बेचकर पेट पालता था। लॉकडाउन होने पर अपने दो भाइयों को छोड़कर घर आ गया था। उसके पिता की मौत हो चुकी है। वो मां के साथ रहता था।
औरंगाबाद क्षेत्र में सैनी धर्मशाला के निकट रहने वाला 22 वर्षीय युवक सौरभ सैनी पुत्र दिनेश सैनी दो भाइयों के साथ गुरुग्राम में नारियल बेचता था। लॉकडाउन के कारण काम बंद हो गया। वो दोनों भाइयों को छोड़कर कुछ दिन पहले ही घर लौटकर आया था।
गैस सिलिंडर भरान को नहीं थे रुपये
शनिवार को उसके घर पर गैस सिलिंडर खत्म हो गया। मां ऊषा देवी ने गैस लाने को कहा। रुपये न होने के कारण वो अपने मामा के घर से गैस सिलिंडर लेकर आया। रात में खाना खाकर सो गया। रात में ही उसने मां के दुपट्टे से फंदा बनकर गले में डाल लिया और पंखे पर लटक गया।
उसकी मां को बेटे की मौत की जानकारी सुबह हो सकी। रोने की आवाज सुनकर आसपास के लोग पहुंच गए और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
मां ऊषा देवी ने बताया कि घर में गैस सिलिंडर खत्म हो गया था, रुपये नहीं थे। इससे सौरभ परेशान था। थानाध्यक्ष सदर बाजार सत्यपाल देशवाल ने बताया कि युवक ने आर्थिक तंगी के चलते आत्महत्या की है।
नहीं पहुंचा कोई अधिकारी
न राशन न गैस, घर में रोटियों के लाले, परंतु शासन-प्रशासन इससे अनभिज्ञ है। आर्थिक तंगी से परेशान युवक के फांसी लगाकर जान देने के बाद भी कोई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। मां ने रिश्तेदारों की मदद से अंतिम संस्कार कराया।
सार
- गुरुग्राम में दो भाइयों के साथ नारियल बेचता था युवक
- खाली हो गया था गैस का सिलिंडर, भरवाने को नहीं थे पैसे
विस्तार
मथुरा में आर्थिक तंगी से परेशान युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। उसका शव रविवार सुबह पंखे से लटका मिला। युवक अपने दो भाइयों के साथ गुरुग्राम में नारियल बेचकर पेट पालता था। लॉकडाउन होने पर अपने दो भाइयों को छोड़कर घर आ गया था। उसके पिता की मौत हो चुकी है। वो मां के साथ रहता था।
औरंगाबाद क्षेत्र में सैनी धर्मशाला के निकट रहने वाला 22 वर्षीय युवक सौरभ सैनी पुत्र दिनेश सैनी दो भाइयों के साथ गुरुग्राम में नारियल बेचता था। लॉकडाउन के कारण काम बंद हो गया। वो दोनों भाइयों को छोड़कर कुछ दिन पहले ही घर लौटकर आया था।
गैस सिलिंडर भरान को नहीं थे रुपये
शनिवार को उसके घर पर गैस सिलिंडर खत्म हो गया। मां ऊषा देवी ने गैस लाने को कहा। रुपये न होने के कारण वो अपने मामा के घर से गैस सिलिंडर लेकर आया। रात में खाना खाकर सो गया। रात में ही उसने मां के दुपट्टे से फंदा बनकर गले में डाल लिया और पंखे पर लटक गया।
उसकी मां को बेटे की मौत की जानकारी सुबह हो सकी। रोने की आवाज सुनकर आसपास के लोग पहुंच गए और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
मां ऊषा देवी ने बताया कि घर में गैस सिलिंडर खत्म हो गया था, रुपये नहीं थे। इससे सौरभ परेशान था। थानाध्यक्ष सदर बाजार सत्यपाल देशवाल ने बताया कि युवक ने आर्थिक तंगी के चलते आत्महत्या की है।
नहीं पहुंचा कोई अधिकारी
न राशन न गैस, घर में रोटियों के लाले, परंतु शासन-प्रशासन इससे अनभिज्ञ है। आर्थिक तंगी से परेशान युवक के फांसी लगाकर जान देने के बाद भी कोई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। मां ने रिश्तेदारों की मदद से अंतिम संस्कार कराया।