बुलंदशहर
उत्तर प्रदेश सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी न तो प्रवासी श्रमिकों का पैदल चलना थम रहा है न ही हादसे कम होने का नाम ले रहे हैं। शुक्रवार को फिर एक सड़क हादसे में दो प्रवासी श्रमिकों की जान चली गई जबकि 21 श्रमिक घायल हो गए। घटना बुलंदशहर में हुई। प्रवासी श्रमिक गुजरात के सूरत से यूपी के बिजनौर जा रहे थे। इस दौरान उन्होंने 1100 किलोमीटर का सफर तय किया लेकिन घर से महज 150 किलोमीटर दूर वे हादसे का शिकार हो गए।
लॉकडाउन के बाद गुजरात के सूरत में फंसे बिजनौर के कई प्रवासी और उनके परिवार घर वापसी के लिए परेशान थे। उन लोगों ने सूरत से 1300 किलोमीटर का लंबा सफर एक पिकअप से शुरू किया। शुक्रवार को पिकअप मेरठ-बदायूं हाइवे पर पहुंचा था कि सड़क के किनारे बिजली के खंभे से जाकर टकरा गया।
पुलिस ने बताया कि पिकअप पलटने से उसमें सवार सभी श्रमिक सड़क पर गिर पड़े। कुछ सड़क पर घिसते चले गए तो कुछ पिकअप के नीचे दब गए। हादसे में बिजनौर के कमरुद्दीन नगर के रहने वाले निजामुद्दीन और इंतजार की मौके पर ही मौत हो गई।
बाकी सभी 21 लोग घायल हो गए। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि पांच प्रवासी श्रमिकों की हालत गंभीर है। पुलिस ने बताया कि केस दर्ज कर मामले में जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि ज्यादातर प्रवासी श्रमिक आपस में रिश्तेदार और दोस्त ही थे।