suicide : दिवाली तक बाजार पटरी पर नहीं लौटने की आशंका में फांसी के फंदे से झूला कपड़ा कारोबारी !

covid19 : lockdown 4.0 in surat
- लॉक डाउन में आर्थिक तंगी समेत अन्य कारणों से तीन जनों ने की आत्महत्या

Suicide: textile traders hanged in fear that market will not return on track till Diwali, Three people committed suicide in lock-down due to financial constraints in surat.

By: Dinesh M Trivedi

Published: 30 May 2020, 10:54 AM IST

सूरत. पिछले चौबिस घंटों के भीतर शहर में आत्महत्या के तीन अलग अलग मामले सामने आए है। अडाजण में एक कपड़ा कारोबारी ने आर्थिक तंगी के चलते खुद को फांसी लगा ली। वहीं उमरा में प्रेम प्रकरण के चलते आत्महत्या की चर्चा है तो जहांगीरपुरा में कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है।

अडाजण पुलिस के मुताबिक अडाजण सरस्वती स्कूल के निकट अभिनव अपार्टमेंट निवासी कपड़ा कारोबारी संजय पुत्र शोभराज मतानी (42) ने गुरुवार रात खुद को फांसी लगा ली। साढ़े सात बजे वह शयनकक्ष में गए और दरवाजा अंदर से बंद कर दिया। साढ़े नौ बजे छत के हूक पर फंदे से झूलते हुए मिले। परिजनों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया।

जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित किया। वह लॉक डाउन शुरू होने के बाद से ही मानसिक तनाव में थे। उनकी पत्नी सिमरन उनसे अक्सर तनाव का कारण पूछती तो वह कहते थे कि दिमाग खाली हो गया है। वहीं उनके परिजनों का कहना है कि उन्होंने एम्ब्रोयडरी का नया काम शुरू किया था।

लेकिन लॉक डाउन के चलते सब चौपट हो गया था। उन्हें लगता था कि दिपावली से पहले उनका काम शुरू नहीं हो पाएगा। जिसकी वजह से वे मानसिक तनाव में रहते थे।


उमरा पुलिस के मुताबिक वेसू कुंभार फलिया निवासी संदीप पुत्र नवीन पटेल (32) ने गुरुवार सुबह खुद को फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। पौने आठ बजे परिजन उसे फंदे से उतार कर अस्पताल ले गए जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित किया।

झींगा तलाव के साथ मंडप का कारोबार करने वाले संदीप की दो संतानें है। उसके पिता पूर्व में गांव के सरपंच रह चुके है। उसने यह आत्महत्या क्यों की यह स्पष्ट नहीं पता चला है। वहीं चर्चा है कि संदीप के किसी युवती के साथ प्रेम संबंध थे। आत्महत्या पीछे यह कारण भी हो सकता है।


जहांगीरपुरा पुलिस के मुताबिक माधव रेजिडेंसी निवासी विशाल पुत्र दिनेश पटेल (24) ने बुधवार रात घर में कीटनाशक दवा खा ली। उसे गंभीर हालात में परिजन निकट के निजी अस्पताल में ले गए। डॉक्टरों ने उसे आइसीयु में भर्ती कर उपचार शुरू किया लेकिन वह बच नहीं सका।

गुरुवार सुबह उसकी मौत हो गई। विशाल हीरा कारखाने में काम करता था। उसके परिवार की आर्थिक स्थिती में अच्छी है। घर में भी किसी तरह का कोई विवाद नहीं था। फिर वह किस बात को लेकर तनाव में था। इसबारे में कोई जानकारी नहीं मिली है।

Dinesh M Trivedi Reporting
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