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18 मई, 2020|8:34|IST

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लॉकडाउन में फैक्ट्री बंद हुई तो गांव आकर कर ली खुदकुशी

लॉकडाउन में फैक्ट्री बंद हुई तो गांव आकर कर ली खुदकुशी

कोरोना महामारी ने कईयों की खुशियां छीन ली। कोतवाली क्षेत्र में एक युवक ने अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। युवक गुजरात में फैक्ट्री में नौकरी करता था और लॉकडाउन के कारण उसका फैक्ट्री बंद हो गई थी इससे वह बेरोजगार हो गया था। बेरोजगारी का दंश झेल रहे युवक के सामने परिवार के भरण पोषण का संकट खड़ा हो गया। इसी से तंग आकर उसने मौत को गले लगा लिया। युवक की खुदकुशी से उसके बच्चों व पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है।

ब्लाक क्षेत्र पंचायत मल्हूपुर का मजरा नगला वर्माजीत के रहने वाले 40 वर्षीय विनोद कुमार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। बच्चों की पढ़ाई व परिवार के भरण पोषण के लिए वह गुजरात में प्राइवेट नौकरी करता था। लेकिन लॉकडाउन के बाद उसे उसकी नौकरी चले जाने के बाद वह एक मई को अपने घर लौटकर आया था। शनिवार की सुबह वह अपने बच्चों व पत्नी के साथ खाना खाकर पीकर सोया था। रविवार की सुबह उसने अपने ही घर के कमरे में साड़ी का फंदा गले में डालकर फांसी लगा ली। सुबह पति को फंदे से लटका देख पत्नी व बच्चे रोने बिलखने लगे तो मोहल्लेवासियों को इसकी जानकारी हुई। जिसके बाद ग्राम प्रधान संतोष कुमार यादव ने बताया है कि मृतक गुजरात मे रहकर मेहनत मजदूरी से अपने परिवार का भरणपोषण करता था। वह लॉकडाउन के बजह से 1 मई को गांव घर आया था। आर्थिक स्थित अच्छी न होने व परिवार का भरण पोषण की चिंता की वजह से विनोद काफी परेशान रहता था। जिसके चलते उसने कदम उठाया होगा। मृतक अपने पीछे पत्नी, 12 वर्षीया पुत्री निशा व 4 वर्षीय पुत्र आर्यन को रोता बिलखते छोड़ गया। अब इनके सामने भरण पोषण का भी संकट खड़ा हो गया है। प्रधान ने प्रशासन ने पीड़ित परिवार को राहत पहुंचाने की अपील की है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। पुलिस का कहना है कि घटना स्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।

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  • Web Title:When the factory closed in lockdown committing suicide in the village