सरायकेला-खरसावां जिले के चौका थाना क्षेत्र के पदोडीह निवासी 51 वर्षीय शिवचरण मांझी की मौत हो गयी। लॉकडाउन के कारण बेरोजगारी से जूझ रहे शिवचरण के परिजनों का कहना है कि उसकी मौत अन्न के अभाव में हुई है।शिवचरण के भतीजा रवि मांझी ने बताया कि भूख से उसके चाचा शिवचरण मांझी की मौत हुई है। लॉकडाउन के कारण उन्हें मजदूरी का काम मिलना बंद हो गया था। आमदनी नहीं होने के कारण वे भोजन की समस्या से जूझ रहे थे। अकेले रहने वाले शिवचरण को गांव के लोग कभी-कभी भोजन दे दिया करते थे। पिछले तीन-चार दिनों से उन्हें कुछ भी नहीं मिला था और वे भूखे थे। प्रशासन की ओर से उन्हें कोई स़ुविधा नहीं मिल रही थी। महिला विकास समिति, गुंजाडीह की संचालिका गुरूवारी मांझी ने शिवचरण का राशन कार्ड अपने पास रख लिया था और कार्ड देने के एवज में रुपये की मांग कर रही थी। कई यही वजह थी कि उन्हें कई महीनों से राशन भी नहीं मिल रहा था। इस बारे में मुखिया लाल सिंह मुंडा ने बताया कि शिवचरण मांझी शरीरिक रूप से कमजोर था। एक दिन पहले ही वह उससे मिला था। एक-दो अप्रैल को उसे 10 किलो चावल दिया गया था। उसके भाई भी उसे भोजन दिया ही करते थे। उसके राशन कार्ड को उसके भाई के कार्ड में जोड़ दिया गया था। एसडीओ डॉ. विनय कुमार मिश्र ने बताया कि शिवचरण को 10 किलो चावल दिया गया था। वह बीमार था, संभवत: उसकी मौत बीमारी से हुई होगी।
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