मोहाली स्थित खरड़ कस्बे के धोबियां वाले मोहल्ले में मंगलवार को एक व्यक्ति ने जहर निगल कर जान दे दी है। मृतक की पहचान 65 वर्षीय ओमकार के रूप में हुई है। वह खरड़ कपड़ा मिल से रिटायर्ड था और धोबियां वाले मोहल्ले में अपना एक मकान बना रहा था। लेकिन लॉकडाउन के चलते उसका मकान बनाने का काम बंद पड़ा था। आर्थिक तंगी के कारण 23 मार्च से दोनों पहर का भोजन स्थानीय प्रशासन मृतक के घर पहुंचा रहा था।
मृतक के परिवार में पत्नी और दो बेटे हैं। पत्नी और एक बेटा मानसिक तौर पर बीमार हैं। मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने की घोषणा के बाद ओमकार बेहद तनाव में आ गया था और इसके चलते उसने घर में पड़ी सल्फास की गोलियां निगल ली।
परिवार को इसका पता चलने पर आसपास के लोग उसे सरकारी अस्पताल लग गए। यहां पर उसकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने चंडीगढ़ के सेक्टर-32 स्थित जीएमसीएच रेफर कर दिया। यहां पर उसकी मौत हो गई। खरड़ सिटी पुलिस ने आत्महत्या का मामला दर्जकर लिया है।
मोहाली स्थित खरड़ कस्बे के धोबियां वाले मोहल्ले में मंगलवार को एक व्यक्ति ने जहर निगल कर जान दे दी है। मृतक की पहचान 65 वर्षीय ओमकार के रूप में हुई है। वह खरड़ कपड़ा मिल से रिटायर्ड था और धोबियां वाले मोहल्ले में अपना एक मकान बना रहा था। लेकिन लॉकडाउन के चलते उसका मकान बनाने का काम बंद पड़ा था। आर्थिक तंगी के कारण 23 मार्च से दोनों पहर का भोजन स्थानीय प्रशासन मृतक के घर पहुंचा रहा था।
मृतक के परिवार में पत्नी और दो बेटे हैं। पत्नी और एक बेटा मानसिक तौर पर बीमार हैं। मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने की घोषणा के बाद ओमकार बेहद तनाव में आ गया था और इसके चलते उसने घर में पड़ी सल्फास की गोलियां निगल ली।
परिवार को इसका पता चलने पर आसपास के लोग उसे सरकारी अस्पताल लग गए। यहां पर उसकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने चंडीगढ़ के सेक्टर-32 स्थित जीएमसीएच रेफर कर दिया। यहां पर उसकी मौत हो गई। खरड़ सिटी पुलिस ने आत्महत्या का मामला दर्जकर लिया है।