शहर के पोखरिया स्थित टाउन हॉल के पीछे लगे डिजनीलैंड मेला के झूला संचालक ने लॉकडाउन में कमाई बंद होने से परेशान होकर खुदकुशी कर ली।
मेला के तारा माची झूला के संचालक ने रविवार की रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मेला स्टाफ सिंटू केवट (35) नालंदा जिले के मिर्जापुर गांव का रहने वाला था। डिजनीलैंड मेला के कर्मचारी व अन्य दुकानदारों का कहना हैं तारा माची झूला का वह मालिक था। करीब पांच महीने से वह साहिबगंज में फंसा था। लॉकडाउन के चलते करीब तीन महीने तक कारोबार प्रभावित हो जाने से आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी। हालांकि जिरवाबाडी ओपी पुलिस ने कहा कि आत्महत्या की वजह अबतक स्पष्ट नहीं की है।
इधर, डिजनीलैंड के मालिक मनीष कुमार ने बताया कि लॉकडाउन में वे लोग यहां फंसे हुए थे। किसी तरह से गुजारा चल रहा था। रविवार को सिंटू अपने टेंट में सोने गया। सुबह जब लोग जगे तो देखा कि चिंटू का शव बांस में गमछे के सहारे बनाये गये फंदे से लटका था। इसके बाद आनन-फानन में स्टाफ ने शव को फंदे से उतारा और इसकी खबर स्थानीय पुलिस को दी। जिरवाबाड़ी ओपी से एएसआई विजय कुमार ने मौके पर पहुंच छानबीन की। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का पुलिस को इंतजार है। छानबीन के बाद ही आत्महत्या की वजह स्पष्ट हो सकेगी।